मेरी प्यारी प्यारी दीदी, दुनिया से निराली दीदी
फूलों की खुशबू सा महकाती हो तुम मुझे,
अपने प्यार से भरती हो रंग, मेरी मीठी सी दुनिया में।
फूलों की खुशबू सा महकाती हो तुम मुझे,
अपने प्यार से भरती हो रंग, मेरी मीठी सी दुनिया में।
अपने दिल से मेरे दिल तक बाँधी है, इक खूबसूरत डोर तुमने,
जो हर पल हमें जोड़े हुए है......✊
दिखती नहीं है फिर भी,
हम दोनों को अटूट रिश्ते में बांधे हुए है.....
जो हर पल हमें जोड़े हुए है......✊
दिखती नहीं है फिर भी,
हम दोनों को अटूट रिश्ते में बांधे हुए है.....
कितनी अच्छी हो तुम मेरी प्यारी दीदी,
राम जी के आशीर्वाद जैसी हो तुम मेरी दीदी.....
राम जी के आशीर्वाद जैसी हो तुम मेरी दीदी.....
ग़मों की धूप हो तो, अपनी छाया में मुझे ले लेती हो तुम.......
और फिर लाड की बारिश करके, मेरे तड़पते मन की प्यास बुझाती हो तुम.....
तन्हा डर के जब सहम जाती हूँ मैं, तब साया बन कर साथ रहती हो तुम.....
अँधेरे में जब घबरा जाती हूँ मैं, और अपना रास्ता भूल जाती हूँ मैं.....
तब हाथ पकड़ कर मेरा, अपने प्यार की रौशनी से रास्ता दिखती हो तुम.....
और फिर लाड की बारिश करके, मेरे तड़पते मन की प्यास बुझाती हो तुम.....
तन्हा डर के जब सहम जाती हूँ मैं, तब साया बन कर साथ रहती हो तुम.....
अँधेरे में जब घबरा जाती हूँ मैं, और अपना रास्ता भूल जाती हूँ मैं.....
तब हाथ पकड़ कर मेरा, अपने प्यार की रौशनी से रास्ता दिखती हो तुम.....
बीमार अगर मैं होती हूँ, तो परेशां तुम होती हो दीदी.....
चोट अगर मुझे लगे, तो दर्द में तुम होती हो दीदी.....
चोट अगर मुझे लगे, तो दर्द में तुम होती हो दीदी.....
है मुझे एहसास इसका.....
कि मैं तो हूँ इतनी बुरी, तंग करती हूँ तुम्हे बेहद दीदी.....
फिर भी इतना प्यार मुझे तुम, कैसे कर पाती हो दीदी....?❤
कि मैं तो हूँ इतनी बुरी, तंग करती हूँ तुम्हे बेहद दीदी.....
फिर भी इतना प्यार मुझे तुम, कैसे कर पाती हो दीदी....?❤
चलते चलते अगर कभी मैं गिर जाती हूँ कहीं भी,
तो तुम मुझे बचाने और सम्हालने को दौड़ी चली आती हो दीदी....
तो तुम मुझे बचाने और सम्हालने को दौड़ी चली आती हो दीदी....
पहले तो अपना ध्यान न रखने के लिए डांटती हो मुझे,
पर फिर खुद ही रोते रोते चोट पे मरहम लगाती हो तुम मुझे......
पर फिर खुद ही रोते रोते चोट पे मरहम लगाती हो तुम मुझे......
तुम्हारे गुस्से में भी तुम्हारा प्यार झलकता है दीदी,
और इसी से तो मेरे दिल को सुकूँ आता है दीदी....珞
और इसी से तो मेरे दिल को सुकूँ आता है दीदी....珞
जब कोई नहीं होता मेरे पास, तब तुम होती हो दीदी,
जब कोई नहीं देता मेरा साथ, तब तुम देती हो दीदी।
जब कोई नहीं देता मेरा साथ, तब तुम देती हो दीदी।
अपनी गोदी में प्यार से सहलाकर,
अपने गले से लगाकर,
मेरे आंसू पोछकर,
मुझे हंसना सीखा कर,
मेरा दर्द लेकर प्यार देती हो तुम दीदी।
अपने गले से लगाकर,
मेरे आंसू पोछकर,
मुझे हंसना सीखा कर,
मेरा दर्द लेकर प्यार देती हो तुम दीदी।
माना कि माँ नहीं ही तुम दीदी,
पर फिर कुछ कम भी नहीं हो दीदी....
बस इतना सा है मेरा अरमान,
यूँ ही खिली खिली रहे तुम्हारी मुस्कान❤
छुओ तुम बुलंदियों का आसमान☁
न हो कभी मन का कोई नुक़सान
❤❤❤❤❤❤
Actually u r not just a sister, u r the love we follow since we know the world..... ❤ Lub uh didi
पर फिर कुछ कम भी नहीं हो दीदी....
बस इतना सा है मेरा अरमान,
यूँ ही खिली खिली रहे तुम्हारी मुस्कान❤
छुओ तुम बुलंदियों का आसमान☁
न हो कभी मन का कोई नुक़सान
❤❤❤❤❤❤
Actually u r not just a sister, u r the love we follow since we know the world..... ❤ Lub uh didi
Bahot Khub...... Super..... Actually di hoti hi aisi hai❤
ReplyDeleteBilkul aur phir meri didi ho to bat hi aur😂
DeleteNice lines....
ReplyDeleteThanks ji😊
Deleteमैं यह समझती हूँ कि यह मेरे लिए भी है,है कि नहीं वो तुम जानो....तुम्हारी लेखनी इतने अचरज में डाल देती है...छोटी सी सौम्या, इतने गूढ़ शब्दों को पिरो कर ऐसी रचना कर देती है, ऐसे लेख लिख देती है... तुम खूब खिलो और बढ़ो प्रभु से यही विनती है... आशीर्वाद
ReplyDeleteI lub uh alot didi....😘😘😘
DeleteSisters Are best gift of God
ReplyDeleteBilkul😍
DeleteNice poem
ReplyDeleteThanks alot bhai
DeleteSensationally
ReplyDeleteThanks
DeleteIf I give u plathero of compliments for this articles,then also it would seemed to be very less...
ReplyDeletePerfect synchronization of words, sentences, emotions, feelings,etc..
Keep writing such and be a champ in this field of Script.
Luv u bhai❤
DeleteSame to you alwz beta....
DeleteAnd finally I would end of saying,,Sisters and daughters are boon to every single Brother and father respectively..
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