Ghar ki Chat |
ढलती शाम उस चिड़िया के सहारे बेहद खूबसूरत कटी।
उस दिन चिड़िया ने दिल को छुआ कुछ ऐसे
ढलती शाम से हुई हो मोहब्बत जैसे
सोचा करती थी ढलती शाम मायूसी है
उस छोटी सी प्यारी सी चिड़िया ने सिखाया ढलती शाम ख़ुशी है
ख़ुशी अपनों को पाने की
घरोंदे सजाने की
हँसने खिल-खिलाने की
मोहब्बत को जताने की
Telibagh Lucknow |
New Delhi |
उसने सिखाया कि ढलती शाम उम्मीद है
उम्मीद नई सुबह के आने की
नए सपने सजाने की
कल को बेहतर बनाने की
स्वयं को आज़माने की
Nemi nagar, Jaipur |
चहचहाती हुई वो आ बैठी मुंडेर पर, कहने लगी
कह क्यूँ नहीं देती कि बात करनी है
बात करनी है खाने की
रूठने और मनाने की
गुस्सा और बचपना दिखाने की
फिर झट से समझदारी बताने की
Ganga Ghat Allahabad |
ढलती शाम में चिड़िया ने सिखाया,
मत जाने दो शाम बेवफा यूँ ही;
क्यूँ की टूटा दिल और छूटा वक़्त समेटना आसान नहीं!!
Lucknow |
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